सर्वर कितने प्रकार के होते हैं और सर्वर डाउन क्यों होते हैं ?अपना खुद का सर्वर कैसे बनाये ?

सर्वर क्या है ?

दोस्तों इंटरनेट की दुनिया में सभी खो गए हैं और हर चीज इंटरनेट पर निर्भर  हो गई है  यहाँ तक की पढाई भी इंटरनेट के माध्यम से ही सुगम हो गई है क्यों की वह अनेक प्रकार के साधन उपलब्ध हो गए है जैसे स्मार्ट क्लास रूम ,ब्लोग्स (कंटेंट गूगल पर) उपलब्ध हो गए हैं और इंटरनेट की दुनिया मे कितने data हर दिन upload और download किये जाते है । इन सब का हिसाब किताब रखना और ज़रूरत पड़ने पे उन डेटा को निकालना किसी इंसान की बस की बात नही है, इन्ही सब चीजों को सही से मैनेज करने के लिए हम लोग सर्वर का इस्तेमाल करते है। सरल भाषा मे बोले तो एक server का मुख्य काम data को store करना होता है और ज़रूरत पड़ने पर HTTP के द्वारा उन डेटा को ट्रांसफर करना होता है ।जिस प्रकार यूट्यूब के  (वीडियो सर्वर) सर्वर पर यूट्यूब वीडियो अपलोड होती हैं उसी प्रकार वेब सर्वर पर ब्लोग्स (कंटेंट) वेबसाइट पेज अपलोड या सेव होते हैं जब हम इन्हे सर्च इंजन के द्वारा सर्च करते हैं तो हमें जिस सर्वर पर डाटा सेव होते है वो सर्वर प्रोवाइड या शो कराये जाते हैं।  

सर्वर डाउन क्यों होते हैं ?

 जब आप किसी साइबर कैफे पर ऑनलाइन फॉर्म के लिए अप्लाई करने जाते हैं तो आपसे कहा जाता है सर्वर डाउन हैं या सर्वर बिजी (ब्यस्त) हैं। ये सब तभी होता है जब उस सर्वर पर  एप्लीकेशन फॉर्म के लिए अप्लाई करने वालों की संख्या अधिक हो गई हो  जिससे की उसे लोड होने में समय लगता है या ये प्रॉब्लम दो कारण  से भी हो सकती है जैसे जब ऑनलाइन एप्लीकेशन के लिए सर्वर उपलब्ध कराये गए हों या जब एप्लीकेशन जमा करने की अंतिम तारीख नज़दीक हो तभी यह होता है और इन सभी का कारण  एक ही है सर्वर पर  (भीड़) .




जैसे हम रियल लाइफ उदाहरण को देखें अगर हम किसी दुकान पर जाते हैं और जो सामान अहम चाहिए होता है उसके बारे में हम दुकानदार को बताते हैं तो वह अपनी दुकान में वह सामान सर्च करके मतलब ढूढ़ के हमें बताता है अगर उसके पास वह सामान होगा तो हमें सामान दे देगा और अगर उसके पास सामान नहीं होगा तो वह हमें सामान प्रोवाइड नहीं कर पायेगा इसी प्रकार सर्वर होते हैं ,और दूसरी बात अगर एक साथ 10 लोग उस दुकानदार के पास सामान लेने आते है और कहते है सबसे पहले हमें दो ,सबसे पहले हमें दो तो दुकानदार भी भ्रमित हो जाएगा की अब पहले सामान  किसको दूँ इसी प्रकार सर्वर भी है जिसे हम लोड होना भी कह सकते हैं

एक और उदाहरण लें अगर आपके बजन उठाने की क्षमता 50 किलोग्राम है और कोई आपसे बोले 70 किलोग्राम उठा के बताओ तो आप का क्या हाल होगा वही हाल सर्वर का होता है की सर्वर की क्षमता एक साथ 10000 लोगो तक कंटेंट पहुंचाने की है अब उसपर 10 लोग और आ गए तो सर्वर डाउन तो होंगे ही

Server कैसे काम करते है ?

Communicate to server – अगर सबसे निचले स्तर से बात करे जब आप अपने browser में किसी वेबसाइट का URL type करते है. जैसे- https://crypticjava.xyz  तो आपका ब्राउज़र उस वेबसाइट को host करने वाले server के साथ communicate करता है. ताकि आपके ब्राउज़र पर उस वेबसाइट को दिखाने के लिए data मिल सके। 

Breaking the URL – उसके बाद browser आपके द्वारा डाले गये URL को तीन हिस्सो में break करता है. पहला Protocol (HTTP) दूसरा Server-name (www.crypticjava.xyz) तीसरा File name (server-kya-hai)

Converting Server-name to IP Address – अब ब्राउज़र उस वेबसाइट के server name को IP address में translate करता है. हर website का एक unique IP Address  होता है, जिसके कारण ही ब्राउज़र किसी server से जुड़ पाता है। 

Send and Receive requests – एक बार जब browser और server आपस मे connect हो जाते है, तो ब्राउज़र आपकी request को server तक भेजता है और इस web-page की मांग करता है. सर्वर में सभी फाइलें HTML document के रूप में उपस्थित होती है. वहां से आपका ब्राउज़र data को वेब पेज में परिवर्तित करता है और request receive करने के बाद आपकी screen पर दिखाता है। 




सर्वर कितने प्रकार के होते हैं ?


Application server 
application server वैसे तो सर्वर को ही कहा जाता है जो की वेब  एप्लीकेशन के द्वारा डाटा show करता है। जैसे java ,PHP .Net etc इसमें हम आसानी से डाटा प्राप्त कर सकते है ये एक प्रोग्रामिंग बेस्ड होता है जो की प्रोग्रामर के लिए वेहद ही आसान होता है। 

 Web Server
Web server वैसे server को कहा जाता है जो की web browser के द्वारा डाटा को show करता है।  जो भी हम internet पर search करते हैं तो सबसे पहले वह web server से connect होता है और उसके बाद उस user को search के अनुसार result show करता है।  web server हमें web browser में images, text, video इत्यादि show कराता है। 

Email Server
Email server sender से receiver के पास email message भेजने का facility provide करता है और Receiver के पास email message receive करने में मदद करता है।  जब भी आप किसी भी person को mail करते हैं या message send करते हैं तो वह सबसे पहले SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) से कनेक्ट होता है और उसके बाद आप जिसके पास mail भेजना चाहते हैं उसका address को identify करता है और फिर उसको message send कर देता है। 

FTP Server
FTP का full form File Transfer Protocol होता है।  FTP Server online File Transfer protocol के द्वारा किसी भी file को दूसरे computer में send करने के लिए उपयोग होता है।  FTP server को FTP Site भी कहा जाता है जिसका उपयोग internet के द्वारा किसी दूसरे computer में file को ट्रान्सफर करने के लिए होता है। 

database server 
इस सर्वर को (database) कंप्यूटर विज्ञानं के स्टूडेंट बड़े अच्छे से जानते होंगे  इस सर्वर पर डिफरेंट टाइप का डाटा सेव या अपलोड होता है जैसे sql का डाटा my sql and oracle के पास सेव होता है। 

virtual server

proxy server etc .

आप अपना खुद का सर्वर कैसे बनाये ?

दोस्तों अगर आपके आसपास बैंक है या आपके घर में कोई बैंक में काम करता है तो आपने सुना होगा की स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में बैठा कर्मचारी सेंट्रल बैंक या किसी भी बैंक का काम नहीं कर सकता है क्यों की प्रत्येक बैंक का अपना खुद का सर्वर होता है और तो और कुछ कंपनी ने भी अपना खुद का सर्वर बना लिया है जिससे की कोई employee वाहर जाकर कुछ गलत ना करे या उसका डाटा चोरी ना हो ये सर्वर कुछ लिमिट तक ही सीमित होते है उस लिमिट से आगे जाने पर सर्वर काम करना बंद कर देते हैं। 

Comments

  1. post acchi lage to share karo apne friend ke sath taaki wo bhi jaane

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